एक समय था जब लोग सिनेमा हॉल में जाकर पॉपकॉर्न के साथ फिल्में देखना पसंद करते थे। मध्यम वर्ग के परिवारों में इसे एक तरह की सैर-सपाटा माना जाता था। जब कोई अच्छी फिल्म रिलीज होती थी, तो परिवार एक साथ जाकर फिल्म देखने और फिर बाहर डिनर करने का आनंद लेते थे।
ओटीटी प्लेटफॉर्म का उदय
जैसे-जैसे तकनीक ने हमारे घरों में कदम रखा, चीजें और भी सरल हो गईं। इसके बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म का आगमन हुआ, जिसने दर्शकों को अपने सोफे पर बैठकर आराम से फिल्में देखने का अनुभव दिया। अब लोग सिनेमाघरों की बजाय ओटीटी पर फिल्में देखना पसंद करते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि कुछ समय बाद फिल्में इन प्लेटफार्मों पर उपलब्ध हो जाएंगी।
कॉमेडी और थ्रिलर का अनोखा मिश्रण
इस बदलाव के कारण, सिनेमा के बड़े सितारे अपनी लोकप्रियता बनाए हुए हैं, जबकि ओटीटी के नए सितारों ने भी अपनी अलग पहचान बना ली है। आज हम एक ऐसी सीरीज के बारे में चर्चा करेंगे, जिसने माफिया की दुनिया में कॉमेडी का तड़का लगाया है।
गन्स और गुलाब्स: एक अनोखी कहानी
हम बात कर रहे हैं राज और डीके की चर्चित सीरीज 'गन्स और गुलाब्स' की। यह कहानी दो गिरोहों के बीच की है, जो एक ही धंधे में लगे हुए हैं और एक-दूसरे के सामने हैं। 'गन्स और गुलाब' की कहानी दिल को छू लेने वाली है। संवादों में प्रयुक्त भाषा और गालियाँ, जो उत्तर प्रदेश के एक विशेष क्षेत्र से जुड़ी हैं, पात्रों और अभिनेताओं के अभिनय में जान डाल देती हैं। यह एक अपराध कथा है।
सीरीज की कहानी का सार
इस सीरीज की कहानी एक काल्पनिक गांव गुलाबगंज के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अफीम के बड़े सौदों से जुड़ी है। इसमें दो गिरोहों के बीच संघर्ष को दर्शाया गया है, जिसमें एक ईमानदार नारकोटिक्स अधिकारी और एक मैकेनिक की एंट्री होती है। यहीं से कहानी में मोड़ और जटिलताएं आती हैं। अफीम का व्यापार इस कहानी का मुख्य केंद्र है, जिसके लिए गैंगस्टर एक-दूसरे से लड़ते हैं। यह सीरीज नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है और इसमें राजकुमार राव, दुलकर सलमान और आदर्श गौरव मुख्य भूमिका में हैं।
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